तीन दिन से लगातार हर सुबह जैसे ही मार्केट खुलता है, निवेशकों के मोबाइल स्क्रीन पर हरे रंग की चमक उन्हें मुस्कुराने पर मजबूर कर रही है। और आज गुरुवार को, इस मुस्कान ने जश्न का रूप ले लिया—क्योंकि निफ्टी ने पहली बार 25,500 का आंकड़ा पार किया, और बैंक निफ्टी ने रिकॉर्ड ऊँचाई को छू लिया।
जहाँ एक ओर मध्य पूर्व में तनाव घटने की खबरें ग्लोबल मार्केट को राहत देती दिखीं, वहीं भारत में जून सीरीज़ की मंथली एक्सपायरी ने ट्रेडिंग वॉल्यूम को जबरदस्त गति दी।
📊 तीसरे दिन की रैली: आंकड़ों में देखें बाजार की रफ्तार
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निफ्टी 50: 25,512.65 (+412.50 अंक)
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सेंसेक्स: 84,921.13 (+1,105.87 अंक)
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बैंक निफ्टी: 57,800 के पार, अब तक का उच्चतम स्तर
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निफ्टी मिडकैप 100: 48,230 (+2.1%)
भारतीय शेयर बाजार इस हफ्ते लगातार तीसरे दिन तेज़ी के साथ बंद हुआ है, जिससे छोटे और रिटेल निवेशकों को जबरदस्त मनोवैज्ञानिक बढ़त मिली है।
🌐 ग्लोबल संकेत और तेल की नरमी बनी सहायक
विश्लेषकों का मानना है कि वैश्विक स्तर पर तेल कीमतों में गिरावट और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नरम नीति संकेतों ने भारतीय बाजार को बल दिया।
“मिडिल ईस्ट में भू-राजनीतिक तनाव में कमी आई है, और ब्रेंट क्रूड अब $82 प्रति बैरल के नीचे आ चुका है। इससे भारत जैसे आयात-निर्भर देशों को बड़ा फायदा मिला है।”
— विवेक सिंह, मुख्य आर्थिक विश्लेषक, IIFL Securities
💼 बैंकिंग और ऑटो सेक्टर बने तेजी के हीरो
इस उछाल में अगर किसी सेक्टर ने सबसे ज्यादा चमक बिखेरी है, तो वह है बैंकिंग और ऑटो सेक्टर।
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HDFC Bank: +3.2%
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ICICI Bank: +2.9%
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Mahindra & Mahindra: +4.1%
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Tata Motors: +3.6%
विशेषज्ञ मानते हैं कि RBI की हालिया क्रेडिट पॉलिसी और वाहन बिक्री के सकारात्मक आँकड़े इन सेक्टर्स को ऊर्जा दे रहे हैं।
🔄 मंथली एक्सपायरी: ऑप्शन मार्केट में जबरदस्त हलचल
हर महीने के आखिरी गुरुवार को भारतीय डेरिवेटिव मार्केट में मंथली एक्सपायरी होती है—और आज का दिन खास रहा।
निफ्टी के 25,000 और 25,500 के कॉल ऑप्शन में अभूतपूर्व ट्रेडिंग वॉल्यूम देखा गया।
"FII और DII दोनों की सक्रिय भागीदारी देखी गई। आज का ट्रेंड दर्शाता है कि बुल्स का कंट्रोल बना हुआ है,"
— श्रेया गुप्ता, ऑप्शंस ट्रेडिंग एक्सपर्ट
📈 क्या अब 26,000 की ओर बढ़ेगा निफ्टी?
बाजार में इस उछाल को लेकर दो राय हैं—
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एक पक्ष मानता है कि ये तेजी बनी रहेगी क्योंकि फंडामेंटल्स मज़बूत हैं,
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दूसरा पक्ष इसे ओवरबॉट स्थिति मान रहा है और आने वाले हफ्तों में करेक्शन की आशंका जता रहा है।
लेकिन रिटेल निवेशकों के लिए यह ‘सेलिब्रेशन मोमेंट’ है।
🧠 निवेशक क्या करें? समझदारी भरा कदम उठाएं
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नफा बुकिंग का समय है: खासकर छोटे ट्रेडर्स के लिए।
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लॉन्ग टर्म निवेशक बने रहें: जिनके पास क्वालिटी स्टॉक्स हैं।
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नए निवेशक जल्दबाज़ी न करें: थोड़ा इंतजार करें जब बाजार शांत हो।
“हर तेजी के बाद एक ठहराव आता है। इसलिए पोर्टफोलियो में संतुलन जरूरी है।”
— नितिन भारद्वाज, निवेश सलाहकार, Zerodha Partner
📍 निष्कर्ष:
शेयर बाजार की इस उछाल ने यह साबित किया है कि भारत का इकोनॉमिक सेंटीमेंट मज़बूत है और ग्लोबल अनिश्चितताओं के बावजूद निवेशक भारतीय मार्केट में भरोसा जता रहे हैं। लेकिन ये भी याद रखना जरूरी है—तेजी जितनी तेज होती है, करेक्शन उतना ही चौंकाने वाला हो सकता है।
अब वक्त है विवेक से निर्णय लेने का—not just emotions, but strategy matters.